“Jeena isi ka Naam hai…”
शमशान में एक बच्चा समाधि के पास बैठ कर शिकायत करने लगा,
” उठो ना पापा, टीचर ने कहा है की फीस लेकर आना, नहीं तो अपने पापा को लेकर आना ” ये सुनकर समाधि के सामने एक आदमी फ़ोन पर किसी फूल वाले से 1000 रुपयों की फूलो की चादर लेने के लिए बात करते करते कुछ सोचकर फ़ोन पर बोला की ! ” आर्डर केंसल कर दो, फूल नहीं चाहिए भाई ! फूल इधर ही मिल गए है “उसने वो पैसे बच्चे के हाथ में रखे और बोला, ” बेटा ये लो पैसे तुम्हारे पापा ने भेजे है कल स्कूल में जमा करा देना……
“जीना इसी का नाम है “
“Jeena isi ka Naam hai…”