Don’t insult the things you wish you could have (उन चीजों का अपमान न करें जो आप चाहते हैं)
उन चीजों का अपमान न करें जो आप चाहते हैं
एक दोपहर, एक लोमड़ी जंगल से गुजर रही थी और एक उदात्त शाखा से लटके हुए अंगूरों का एक गुच्छा देखा।
‘बस मेरी प्यास बुझाने की चीज है, ‘उसने सोचा।
कुछ कदम पीछे हटने पर लोमड़ी उछल पड़ी और बस लटकते अंगूरों से चूक गई। लोमड़ी ने फिर कोशिश की लेकिन फिर भी उन तक पहुंचने में नाकाम रही।
अंत में, हार मानकर लोमड़ी ने अपनी नाक घुमा ली और कहा, ‘वे शायद वैसे भी खट्टे हैं,’ और चली गई। ”
निष्कर्ष: जब कोई मूर्ख किसी वस्तु को प्राप्त नहीं कर पाता तो वह उसे तुच्छ दृष्टि से देखने लगता है ।