हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती…. राजा दशरथ जब अपने चारों बेटों की बारात लेकर राजा जनक के द्वार पहुंचे तो राजा जनक ने सम्मानपूर्वक बारात का स्वागत किया, तभी दशरथ जी ने आगे बढ़कर जनक जी के चरण छू लिए, जनक जी ने दशरथ जी के हाथो को थाम लिया और कहा […]
