बे वजह घर से निकलने की जरुरत क्या है, मौत से आँखे मिलाने की जरूरत क्या है… सब को मालूम है बहार की हवा में खतरा है, बे वजह खतरे से उलझने की जरुरत क्या है… जिंदगी बहुत कीमती है इसे संभाल कर रखो, बे वजह शमशान की शोभा बनने की जरुरत क्या है… दिल […]
मेरा बेटा जब मेरे कंधे पर खड़ा हुआ, मुझ ही से कहने लगा देखो पापा में आपसे बड़ा हो गया, मैंने कहा बेटा इस खूबसूरत ग़लतफ़हमी में भले ही तू खुश रहना मगर मेरा हाथ पकडे रखना, जिस दिन ये हाथ छूट जाएगा बेटा रंगीन सपना भी टूट जाएगा, दुनिया वास्तव में उतनी हसीन नहीं है जितनी […]
बहुत सुंदर कविता… मै रूठा तो तुम भी रूठ गए, तो फिर मनाएगा कौन ? आज दरार है, कल खाई होगी, तो फिर उस खाई को भरेगा कौन ? मै चुप, तुम भी चुप, तो फिर इस चुप्पी को तोड़ेगा कौन ? बात छोटी सी लगा लोगे दिल से, तो फिर ये रिश्ता निभाएगा कौन […]
एक लड़की की लाइफ… सब लोग कहते है कि लड़की किसी की फिलिंग नहीं समझती है , लेकिन एक बार उसकी लाइफ जी कर देखो पता चल जायेगा कि वो क्या क्या सहन करती है और किसी को कुछ बोल भी नहीं सकती, और एक लड़की की इज्जत करना उसे खूबसूरत कहने से भी ज्यादा […]
मुझे अब नींद की तलाश नहीं, अब रातो को जागना अच्छा लगता है… मुझे नहीं मालूम की तुम मेरी किस्मत में हो या नहीं, मगर खुदा से तुम्हें माँगना अच्छा लगता है… जाने मुझे हक़ है या नहीं, पर तुम्हारी अपनी जान से ज्यादा परवाह करना अच्छा लगता है… तुम्हें प्यार करना सही है या […]
तुम्हे पता है कभी कभी तुम्हारी बहुत याद आती है… मगर मेने कभी इज़हार नहीं किया… रात के अँधेरे में, सुबह की ठंडी हवाओ में… में तुम्हे हर जगह महसूस करता हूँ… मगर मेने कभी इज़हार नहीं किया… क्योकि रात के अँधेरे में, मेरी महोब्बत दफ़न तो जाती है… और सुबह की हवाओ में तुम […]
कभी भी किसी का भरोसा नहीं तोडना चाहिए, क्योकि वो आप पर विश्वास करते है और वो आपको अपना समझते है, इसलिए आप पर भरोसा करते है। विश्वास या भरोसा एक ऐसा शब्द है जिसे टूटने में एक पल लगता है और बनाने में पूरी जिंदगी चली जाती है। अतः किसी का भरोसा मत तोड़ो। […]
कल ना हम होंगे ना कोई गीला शिक़वा होंगे…. सिर्फ सिमटी हुई यादो का सिलसिला होगा…. जो लम्हे है चलो हँसकर बिता ले…. ना जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा….! Kal na hum honge na koi geela Shikva honge… Share on: WhatsApp
क्या जिंदगी है…. जीवन की आधी उम्र तक तो पैसे कमाए, पैसे कमाने में इस शरीर को ख़राब किया, बाकी बची आधी उम्र उसी पैसे को शरीर को ठीक करने में लगा दी, ” ना शरीर बचा और ना ही पैसे “ शमशान के बाहर लिखा था ….. ” मंजिल तो तेरी यही थी, बस जिंदगी […]
Char din bhi koi dusra nhi nibha sakta vo kirdar, jo ek “Maa” puri jindagi nibhati hai… चार दिन भी कोई दूसरा नहीं निभा सकता वो किरदार,जो एक माँ पूरी जिंदगी निभाती है। Share on: WhatsApp