A Pound of Butter (Honesty)
मक्खन का एक पाउंड (ईमानदारी)
एक किसान था जिसने एक बेकर (रोटीवाला) को पाउंड का मक्खन बेचा था। एक दिन बेकर ने मक्खन का वजन करने का फैसला किया, यह देखने के लिए कि क्या उसे सही राशि मिल रही है, जो वह नहीं था। इस बात से नाराज होकर वह किसान को अदालत में ले गया।
न्यायाधीश ने किसान से पूछा कि क्या वह मक्खन को वजन करने के लिए किसी भी उपाय का उपयोग कर रहा है। किसान ने जवाब दिया, “सम्मान, मैं आदिम हूं। मेरे पास एक उचित उपाय नहीं है, लेकिन मेरे पास एक पैमाना है। “
न्यायाधीश ने पूछा, “फिर आप मक्खन का वजन कैसे करते हैं?”
किसान ने उत्तर दिया;
“आपका सम्मान, जब से बेकर ने मुझसे मक्खन खरीदना शुरू किया, बहुत समय पहले मैं उससे एक पाउंड की रोटी खरीद रहा था। हर दिन जब बेकर रोटी लाता है, तो मैं इसे बड़े पैमाने पर डालता हूं और उसे मक्खन में समान वजन देता हूं। अगर किसी को दोषी ठहराया जाना है, तो वह बेकर है। ”
कहानी का नैतिक:
जीवन में आपको वही मिलता है जो आप देते हैं। दूसरों को धोखा देने की कोशिश न करें।
Like!! Great article post.Really thank you! Really Cool.